आपका क्रेडिट स्कोर कैसे आपकी उधारी को प्रभावित करता है!
निशा का भाई, गौतम, नौकरी लगने के बाद पहली बार उनसे मिलने आ रहा था। वो उनके सबके लिए उपहार भी लाया था और सबको बाहर खाने के लिए ले जाना चाहता था। निशा उसके लिए ख़ुश थी लेकिन उसने सोचा ये बिलकुल सही वक़्त है उससे बात करने का की वो कितनी लापरवाही से अपना हिसाब ख़राब कर रहा है जबसे उसे उसका पहला क्रेडिट कार्ड मिला है। वो दो महीनों से सिर्फ़ न्यूनतम देय राशि ही जमा कर रहा था और भुगतान करने में भी काफ़ी बार देरी कर चुका था। निशा चाहती थी की अरविंद उसे इसके प्रभाव के बारे में समझाए जो उसके क्रेडिट स्कोर और भविष्य पर आ सकता है।
तो रेस्ट्रॉंट के रास्ते में, अरविंद ने गौतम से पूछा की उसकी नई नौकरी कैसी चल रही है।
“बहुत अच्छी है। मुझे मज़ा आ रहा है ख़ासकर इस बात का की मैं खुलकर पैसे ख़र्च कर पा रहा हूँ। मुझे लगता है अगले एक दो सालों में मैं एक कार भी ले लूँगा।“ गौतम ने ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा।
“हम तुम्हारे लिए बहुत ख़ुश हैं! बस अब सेविंग भी शुरू कर लो” अरविंद ने राय दी। “और याद रखो, क्रेडिट कार्ड बहुत सुविधाजनक हैं, लेकिन तुम्हें अपने बिलों का भुगतान हर महीने करना ही चाहिए ताकि तुम्हें ऊँचे इंट्रेस्ट ना देने पढ़ें। और अभी तुम्हारी ख़र्च करने की गति से, तुम्हारे क्रेडिट कार्ड की लिमिट बहुत जल्द पूरी होने वाली होगी और तुम्हारा क्रेडिट स्कोर भी नीचे चला जाएगा। तब तुम्हें ना सिर्फ़ नया कार्ड लेने में बल्कि ऑटो लोन लेने में भी तकलीफ़ होगी।
“लेकिन मेरे क्रेडिट स्कोर का इस से क्या लेना देना?” गौतम ने चिंतित स्वर में पूछा।
“सबकुछ,” अरविंद ने कहा। “जब तुम एक लोन के लिए अप्लाई करते हो, तुम्हारा क्रेडिट स्कोर सबसे पहली चीज़ है जो देनदार देखता है की तुम्हें लोन दिया जाए या नहीं। एक बुरा स्कोर तुम्हारी लोन मिलने की सम्भावना को कम कर सकता है जबकि अच्छा क्रेडिट स्कोर तुम्हें कम इंट्रेस्ट रेट पर लोन का फ़ायदे दे सकता है।
उदाहरण के लिए, तुमने 50 लाख रुपए का होम लोन 8% इंट्रेस्ट पर 15 साल के लिए लिया। अवधि के आख़िर तक, तुम 36 लाख तक का इंट्रेस्ट भर दोगे। बुरे क्रेडिट स्कोर की वजह से 1% की छोटी सी बढ़त भी तुम्हारी पूरी देनदारी को 5.2 लाख रुपए तक बढ़ा सकती है।“ अरविंद ने समझाया।
“सच में? मुझे बिलकुल अंदाज़ा नहीं था की इतनी सब चीज़ें मेरे क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करती हैं”, गौतम हैरान था।
“इन तरीक़ों से आपका क्रेडिट स्कोर आपकी उधारी पर प्रभाव डालता है:
- लोन अप्रूवल: एक अच्छा क्रेडिट स्कोर लोन अप्रूवल की गैरंटी नहीं देता, लेकिन सम्भावनाओं को बढ़ा देता है क्यूँकि वो देनदार को वक़्त पर होने वाले भुगतान और रुपए ना चुका पाने के डर से निश्चिन्त कर देता है। इसी तरह, कम क्रेडिट स्कोर ना सिर्फ़ विलम्ब पैदा करेगा बल्कि लोन की ऐप्लिकेशन को रद्द भी करवा सकता है।
- इंट्रेस्ट रेट: एक अच्छा क्रेडिट स्कोर आपको कम इंट्रेस्ट रेट के लिए मोलभाव करने की ताक़त देता है क्योंकि आप एक कम रिस्क वाले ग्राहक होने की श्रेणी में आ जाते हैं। लेकिन एक लो क्रेडिट स्कोर वाले व्यक्ति को ज़्यादा इंट्रेस्ट देना पड़ता है ताकि पैसा खोने की सम्भावना को कम किया जा सके।
- उधार लेने की सीमा: देनदार आपको ज़्यादा और बड़ा लोन दे सकता है अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है क्योंकि ये ये दर्शाता है की आप अपने पैसे को लेकर ज़िम्मेदार हैं। जबकि, लोन मिलना तो मुश्किल है ही बल्कि बड़ी टिकट वाले लोन मिलना आपके लिए लगभग असम्भव है अगर आपका क्रेडिट स्कोर कम है।
आपको अच्छी इन्शुरन्स डील भी मिल सकती हैं अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है।
- लोन चुकाने की शर्तें: एक ग्राहक जिसका क्रेडिट स्कोर अच्छा है उसे काफ़ी इज़्ज़त मिलती है और वो लोन की अवधि, फ़ीस और जुर्माना और किश्तों के आकार को लेकर मोलभाव कर सकता है। लेकिन जिसका स्कोर कम होता है उसे दी गई शर्तें माननी पढ़ती हैं।
- क्रेडिट कार्ड: अगर तुम्हारा क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तुम्हें बड़ी लिमिट के साथ कम रेट वाला क्रेडिट कार्ड मिल सकता है बड़े लाभों और कैशबैक के साथ कम क्रेडिट स्कोर वालों के मुक़ाबले जिन्हें क्रेडिट कार्ड मिलना ही मुश्किल है। क्रेडिट कार्ड का अच्छा इस्तेमाल आपके क्रेडिट स्कोर को बढ़ा देता है।
- आवास: आजकल लोग घर किराए पर देने से पहले आपका क्रेडिट स्कोर देखते हैं। इसलिए, अच्छा स्कोर आपको आपकी पसंद का अपार्टमेंट किराए पर लेने में मदद करता है।
“और आख़िर में, ये तुम्हें हैरान कर देगा, लेकिन तुम्हारे भविष्य में नौकरी के विकल्प भी तुम्हारे क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करते हैं। एमपलोयर आजकल सिर्फ़ आपका रेसुमे नहीं देखते, वो अपने होने वाली एम्प्लॉईज़ का 360-डिग्री से आकलन करते हैं। कूछ कम्पनियाँ तो आजकल सामाजिक के साथ आपका क्रेडिट स्कोर भी जानने की माँग करती हैं ताकि वो आप पर भरोसा कर सकें,” अरविंद ने गौतम को बताया।
गौतम ये सब सुनकर परेशान सा हो गया, अपने भविष्य के बारे में सोचने लगा। अरविंद ने ये भांप लिया और मुस्कुराते हुए बोला, “तुम जवान हो और अगर ज़िम्मेदारी से पैसा सम्भालना और चुकाना सीखोगे, तो तुम एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बना लोगे जो तुम्हें अपनी मनपसंद कार पर एक अच्छी डील लेने में मदद करेगा!”
इसके बाद उन्होंने डिनर ख़त्म किया और निशा ने चैन की साँस ली।
अपने क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप जानने के लिए पढ़िए ‘कैसे आप अपना बिगड़ा हुआ क्रेडिट स्कोर ठीक कर सकते हैं?’